Methi Dana Ke Fayde Aur Nuksan – Fenugreek Seeds in Hindi

Methi Dana Ke Fayde: मेथी एक प्रकार का हरा पौधा होता है। इसकी पत्तियों और बीजों दोनों का प्रयोग किया जाता है। पत्तियों की आप सब्जी बना सकते हैं। वहीं मेथी दानों (methi dana ke fayde) को सब्जी में छौंक कर व अंकुरित करके भी खा सकते हैं। मेथी की खेती भूमध्य क्षेत्र, दक्षिण यूरोप और पश्चिम एशिया में बहुतायत में होती है। मेथी के बारे में तो हम सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको इनके फायदों का अंदाजा है। तो आज हम जानेंगे Methi Dana Ke Fayde के बारे में.

मेथी के विभिन्न नाम

Methi dana जितना अधिक गुणकारी है उतना ही विभिन्न इसके नाम है। यह भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जहां हिंदी, गुजराती, मराठी, बंगाली और पंजाबी में इसे मेथी कहते हैं, वहीं संस्कृत में इसका नाम मेथिका है। कन्नड़ में इसे मेन्तिया, तेलुगु में मेंतुलु, तमिल में वेंडयम, मलयालम में वेन्तियम, अंग्रेजी में फेनुग्रीक और लेटिन में त्रायिगोनेल्ला फोएनम ग्रीकम के नाम से जाना जाता है।

methi ko english mein kya kahate hain

मेथी को english में Fenugreek कहते हैं।

मेथी दाना के फायदे (Methi Dana ke Fayde)

अगर मेथी के फायदे की बात करें तो यह हर फॉर्म में बहुत लाभदायक मानी जाती है। चाहे मेथी का पानी हो या मेथी दाना, दोनों को अगर सही मात्रा और सही तरीके से इस्तेमाल किया जाये तो कई बीमारियों का काल साबित हो सकता है। आइये जानते हैं मेथी के कुछ ऐसे ही असरदार फायदे और उनके इस्तेमाल करने के तरीके –

1. डायबिटीज में मेथी लाभदायक (Benefits of fenugreek seeds in diabetes)

अगर आप डायबिटीज से परेशान हैं तो आप रोजाना अपने खाने में मेथी का प्रयोग करें। अगर आप मेथी खाना नहीं पसंद करते हैं तो आप मेथी को भिगो कर (methi dana bhigo kar khane ke fayde) या पानी में खौला कर उसका पानी भी पी सकते हैं। आप सब्जी या दाल में भी मेथी का छौंक लगा कर खा सकते हैं।

एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार मेथी के बीज का सेवन करने से आपके खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही यह टाइप-2 मधुमेह के रोगियों में इंसुलिन प्रतिरोध को भी कम करने का काम कर सकता है।

वहीं मधुमेह पर इसका लाभदायक असर इसमें मौजूद हाइपोग्लिसेमिक प्रभाव के कारण हो सकता है। इसे रक्त में शुगर की मात्रा को कम करने के लिए जाना जाता है। इसलिए, सामान्य रक्त शुगर वालों को इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।

2. कोलेस्ट्रॉल के कम करने में लाभदायक (Benefits of fenugreek seeds in cholesterol)

शरीर में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से कई समस्याएं शुरु हो जाती हैं। ऐसे में आप मेथी (methi khane ke fayde in hindi) का उपयोग कर सकते हैं। वैसे कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिये कड़ी पत्ते का उपयोग किया जा सकता है।

एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, मेथी के दानों में नारिंगेनिन नामक फ्लेवोनोइड होता है। यह रक्त में लिपिड के स्तर को कम करने में सहायक होता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जिस कारण मरीज का उच्च कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है।

3. मेथी दाना के फायदे अर्थराइटिस में (Benefits of fenugreek seeds in Arthritis)

अक्सर देखा जाता है कि बुजुर्गों में हड्डियों में दर्द की शिकायत ज्यादा होती है। इसके लिये वह तरह तरह की दवाओं का सेवन करते है जिसका कभी कभी गलत असर भी पड़ जाता है। लेकिन इसके लिये आप मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

मेथी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये गुणकारी तत्व जोड़ों की सूजन को कम करके अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

मेथी में आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, मेथी के औषधीय गुण से हड्डियों व जोड़ों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे हड्डियां स्वस्थ व मजबूत रह सकती हैं।

4. हृदय के लिए Methi Dana Ke Fayde (Benefits of fenugreek seeds for heart)

हृदय को बेहतर तरीके से चलाना बहुत ही आवश्यक है। इसके लिये योग, व्यायाम करना बहुत जरुरी है। हृदय को सुचारु रुप से चलाने के लिये हमें खान पान पर ध्यान देना चाहिये। इसमें हमें मेथी का इस्तेमाल जरुर करना चाहिये। इससे दिल का दौरा पड़ने की आशंका कम हो सकती है और अगर दौरा पड़ भी जाए, तो जानलेवा स्थिति से बचा जा सकता है।

अगर किसी को दिल का दौरा पड़ भी जाए, तो मेथी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को पैदा होने से रोकने का काम कर सकती है। हृदयाघात के दौरान ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है। साथ ही मेथी के बीज शरीर में रक्त प्रवाह को संतुलित रखने में सहायक हो सकते हैं।

5. मासिक धर्म में मेथी दाना के फायदे (Benefits of fenugreek seeds in periods)

महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान असहनीय दर्द होता है। ऐसी स्थिति में आप मेथी दाने का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप मेथी दाने के पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

मेथी के दानों में एंटीइंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक, एंटीस्पास्मोडिक व ड्यूरेटिक गुण पाए जाते हैं।

मेथी, मासिक धर्म में होने वाली हर तरह की पीड़ा से राहत दिलाने का काम कर सकते हैं, जिसे मेडिकल भाषा में डिसमेनोरिया (Dysmenorrhea) कहा जाता है।

ध्यान रहे कि मासिक धर्म की स्थिति में इसे डॉक्टर की सलाह पर कम मात्रा में ही लेना चाहिए।

6. कैंसर से रोकथाम में सहायक Methi Dana (Benefits of fenugreek seeds in cancer)

कैंसर एक घातक रोग है, इसलिए इस समस्या से बचे रहना ही बेहतर है। इसके लिए मेथी के बीज के लाभ नजर आ सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, मेथी में एंटी कैंसर प्रभाव पाए जाते हैं, जो कैंसर की समस्या को दूर रखने का काम कर सकते हैं। हां, अगर कोई कैंसर से पीड़ित है, तो उसे बिना किसी देरी के डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।

7. स्तन-दूध को बढ़ाने मेंं सहायक (Helping to increase breast milk)

मां का दूध नवजात शिशु के लिये बहुत ही आवश्यक है। ऐसे में स्तनपान करवाने वाली महिला मेथी या मेथी के बीज से बनी हर्बल चाय का सेवन कर सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक शोध में भी कहा गया है कि स्तन दूध की गुणवत्ता व मात्रा को बढ़ाने के लिए मेथी का सेवन किया जा सकता है।

8. वजन घटाने में मेथी दाना के फायदे (Benefits of fenugreek seeds in weight loss)

आज हर दूसरा आदमी अपने बढ़ते वजन से परेशान है। इसके लिये तरह तरह की कोशिशे करता रहता है। लेकिन अगर आपको बिना कुछ ज्यादा परेशान हुए वजन कम करना चाहते हैं तो आप मेथी दाने के इस्तेमाल कर सकते हैं।

मेथी शरीर में फैट को जमा होने से रोकता है। मेथी में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह खाने को पचाने में सहायक होता है। इसके अलावा, मेथी में विभिन्न प्रकार के पॉलीफेनॉल्स पाए जाते हैं, जिससे वजन कम हो सकता है।

9. मेथी दाना के फायदे ब्लड प्रेशर में (Benefits of fenugreek seeds in blood pressure)

ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिये मेथी बहुत ही लाभदायक है। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, मेथी में एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव पाया जाता है, जो रक्तचाप की समस्या को कम करने का काम कर सकता है।

10. स्वस्थ किडनी के लिए मेथी फायदेमंद(Benefits of fenugreek seeds in kidney)

कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात का दवा किया गया है कि किडनी के लिए मेथी फायदेमंद है। मेथी को अपने भोजन में शामिल करने से किडनी अच्छी तरह काम कर सकती है।

मेथी के दानों में पॉलीफेनोलिक फ्लेवोनोइड पाया जाता है, जो किडनी को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। साथ ही यह किडनी के आसपास एक रक्षा कवच का निर्माण करता है, जिससे इसके सेल नष्ट होने से बच जा सकते हैं।

इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक शोध से होती है।

11. त्वचा के लिए के लिए मेथी उपयोगी है (Benefits of fenugreek seeds for skin)

मेथी को त्वचा के लिए भी लाभकारी माना जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक अध्ययन से पता चलता है कि मेथी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीरिंकल, मॉइस्चराइजिंग और स्किन स्मूदिंग गुण पाए जाते हैं। इसलिए मेथी के लाभ त्वचा पर नजर आ सकते हैं।

12. बालों के लिए लाभदायक है मेथी दाना (Methi Dana for hair)

बालों में घने, काले बाल किसे नहीं पंसेद हैं। बालों में शाइनिंग, बालों का झड़ना बंद करना आदि के लिये आप मेथी दाने का उपयोग कर सकते हैं।

मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, मेथी के बीज में प्रोटीन के भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो बालों के लिए जरूरी होता है। मेथी में लेसिथीन भी पाया जाता हैं, जो बालों को प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाने के साथ ही मॉइस्चराइज करने का काम कर सकता है। यह रूसी को भी दूर रख सकता है। ऐसे में मेथी पाउडर के फायदे बालों पर नजर आ सकते हैं।

अंकुरित मेथी के फायदे

अंकुरित मेथी के दाने में एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व पाए जाते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल भी रखता है। साथ ही आपके बाल घने और चमकदार बनते हैं।

मेथी दाना के फायदे का वीडियो यहाँ देखें

मेथी में पाए जाने वाले तत्त्व (Fenugreek elements in Hindi)

पोषक तत्व प्रति 100 ग्राम
पानी 8.84 g
ऊर्जा 323 g
कैल्शियमCa 176 mg
फाइबर 24.6 g
प्रोटीन 23 g
टोटल लिपिड (फैट) 6.41 g
आयरन, Fe 33.53 mg
मैग्नीशियम, Mg191 mg
फास्फोरस, P 296 mg
पोटैशियम, K 770 mg
सोडियम, Na 67 mg
जिंक, Zn 2.5 mg
विटामिन सी 3 mg
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 1.46 g
विटामिन A, IU 60 IU
विटामिन A, RAE 3 µg
फोलेट 57 µg
थायमिन0.322 mg
राइबोफ्लेविन 0.366 mg
नियासिन 1.64 mg
विटामिन B-6 0.6 mg
मैंगनीज 1.228 mg

मेथी का उपयोग कैसे करें – How to Use Fenugreek Seeds in Hindi

methi ka upyog
methi ka upyog

दानों की तासीर गर्म होती है। इसका जितना ज्यादा फायदा है इसके अधिक सेवन से उतने नुकसान भी हैं। इसलिए, मेथी के दानों को कुछ समय के लिए पानी में भिगोकर रखना चाहिए, ताकि उसकी गर्माहट कम हो जाए। इसके बाद मेथी के दानों को प्रयोग में लाना चाहिए।

मेथी दानों का कब और कैसे उपयोग करें

  • दानों को आप भून कर भी उपयोग कर सकते हैं। दानों को एक-दो मिनट तक मध्यम आंच पर भून लें। फिर इसे सब्जी या फिर सलाद में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे दोपहर या रात के खाने में इस्तेमाल करें।
  • आप मेथी दानों को भिगो कर खा सकते हैं। आप इसे रात भर पानी में भिगोकर रख दें। फिर अगली सुबह एक गिलास पानी के साथ इनका सेवन करें। जिस पानी में मेथी के दानों को भिगोया था, आप सुबह खाली पेट उसका भी सेवन कर सकते हैं।
  • भीगे मेथी दानों को आप अंकुरित करके भी खा सकते हैं। इसके लिये आप दानों के कपड़ें में बांध कर कुछ समय के लिये रख दें। फिर जब ये अंकुरित हो जाएं तब इनका सेवन करें।
  • मेथी के पराठे और रोटियां बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है। इसके पराठे को सुबह के नाश्ते में लिया जा सकता है।
  • दाने की हर्बल चाय भी पी जा सकती है। पानी में मेथी के दाने डालकर उसे उबाल लें। स्वाद के लिए इसमें नींबू और शहद मिला सकते हैं। इसे सुबह और शाम पिया जा सकता है।

मेथी खाने के नुकसान (Side Effects of Fenugreek Seeds in Hindi)

methi khane ke nuksan
methi khane ke nuksan

यह कहा जाता है कि कोई भी चीज जरुरत से ज्यादा खाने से हमें उसका नुकसान जरुर होता है। वैसे तो मेथी खाने के कोई नुकसान नहीं होते लेकिन अगर हम इसकी सही मात्रा नहीं लेंगे तो इसके नुकसान भुगतने पड़ सकते हैं। तो आइये जानते हैं कि मेथी खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें – Whey Protein क्या है, Whey Protein के फायदे क्या है?

  • जरूरत से ज्यादा मेथी खाने (methi dana ke fayde) से आपका पेट खराब हो सकता है और दस्त लग जाते हैं। अगर मां स्तनपान करा रहीं हैं तो उन्हें मेथी से बचना चाहिये। क्योंकि इससे पेट खराब हो सकता है और शिशु को भी दस्त लग सकते हैं।
  • मेथी दाने की तासीर गर्म होती है। इसलिये अगर कोई गर्भवती महिला इसका अधिक सेवन करती है, तो समय से पहले उसके गर्भाशय संकुचन जैसी समस्या आ सकती है। इसका कारण यह है कि मेथी के दानों में ऑक्सीटोसिन होता है, जो गर्भाशय संकुचन का कारण बनता है।
  • इससे कई लोगों में एलर्जी भी हो सकती है। जैसे- चेहरे पर सूजन, शरीर पर रैशेज हो सकते हैं, सांस फूल सकती है, आप बेहोश भी हो सकते हैं, छाती में दर्द भी हो सकता है।
  • मेथी की तासीर गर्म होती है, इसलिए कुछ लोगों को इससे बवासीर, गैस व एसिडिटी की समस्य हो सकती है।
  • बच्चों में इसका उपयोग अधिक करने से बच्चों में दस्त लग सकते हैं।

अधिकतर पूछे गए सवाल और उनके जवाब (FAQ)

शुगर (मधुमेह) के मरीजों को मेथी दानों का कितना उपयोग करना चाहिये?

मधुमेह से पीड़ित मरीज को प्रतिदिन 25 से 50 ग्राम मेथी का उपयोग करना चाहिये। लेकिन आपको मेथी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिये।

मेथी को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

– मेथी के हरे पत्तों को फ्रिज में रखकर कुछ दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
– पत्तियों की गिले कपड़ो में लपेटकर भी रखा जा सकता है।
– मेथी के बीजों को एयर टाइट डिब्बे में डालकर सुरक्षित रखा जा सकता है।

मेथी कब नहीं खानी चाहिए? (When to Avoid Fenugreek Seeds in Hindi)

वैसे तो मेथी हर किसी को खाना चाहिये लेकिन अगर आप इसकी अधिक मात्रा में सेवन करेंगे तो आपको इसका नुकसान भुगतान करना पड़ेगा। आइय़े जानते हैं कि किन लोगों को मेथी दाना नहीं खाना चाहिये।
– कम रक्त शुगर के मरीज को मेथी के सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंंकि इसमें हाइपोग्लिसेमिक प्रभाव होता है।
– जिनके शरीर का रक्तचाप कम है, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए।
– गर्भवती को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर फिर भी उन्हें मेथी खानी है, तो इस संबंध में डॉक्टर से जरूर बात करें।

सुबह खाली पेट मेथी खाने के क्या फायदे हैं?

मेथी में घुलनशील फाइबर पाया जाता है। जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। सुबह मेथी के बीज खाने से पेट के कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने में भी मदद मिलती है। मेथी एसिड रिफ्लक्स, एसिडिटी और कब्ज से निपटने में फायदेमंद हो सकते हैं।

मेथी पानी पीने से क्या फायदा होता है ?

– पाचन को ठीक करता है
किडनी की पथरी से आराम दिलाता है
– शरीर में फाइबर की मात्रा को बनाये रखता है
– एसिडिटी से आराम दिलाता है
– बालों की ग्रोथ में फायदेमंद
डायबिटीज में असरदार
– सर्दी-जुकाम से राहत

मेथी में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

मेथी दाने में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, फॉस्फोरस, फॉलिक एसिड जैसे मिनरल्स के अलावा विटामिन A, B और C भी पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर्स, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं।

मेथी खाने से वजन कम होता है क्या?

खाली पेट भिगोएं हुए मेथी के दानों को खाने से वजन कम रहता है। साथ ही मेथी के दानें शरीर के फैट को बर्न करने में मदद करता है। इसको खाने के लिए रात में मेथी के दाने को पानी में भिगो पर छोड़ दें और अगली सुबह खाली पेट खा लें।

बालों में मेथी लगाने से क्या होता है?

मेथी के दानों में हार्मोन्स होते हैं जो बालों के विकास में मदद करते हैं। मेथी प्रोटीन और निकोटीनिक एसिड का अच्छा स्त्रोत होता है जो बालों को जड़ से मजबूत करता है और टूटने से बचाता है। मेथी के दाने का इस्तेमाल बालों को मुलायम बनाता है।

मेथी की तासीर कैसी होती है?

मेथी की तासीर गर्म होती है। इसलिए, इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह सेवन करने की सलाह दी जाती है।

क्या मेथी और शहद साथ में ले सकते हैं?

हां, मेथी चूर्ण और शहद को साथ में लिया जा सकता है। मेथी चूर्ण के फायदे भी इसके बीज और पत्तों की तरह हो सकते हैं।

मेथी को भिगोकर खाने से क्या होता है?

मेथी को रातभर भिगोकर रखने से इसकी गर्म तासीर कम हो जाती है। वहीं, मेथी का पानी पीने के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए, बेहतर होगा कि मेथी दानों को जिस पानी में भिगोया जाए, उसे नहीं पीना चाहिए।

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सन्दर्भ

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/11868855
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/20108903
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/22395729
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3955423/?tool=pmcentrez
http://www.chemijournal.com/archives/2018/vol6issue2/PartR/6-1-395-774.pdf
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/9087156

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  1. Anonymous

    Awesome Information

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