कष्टों से मुक्ति चाहिये तो ऐसे करें sawan shivratri पूजा, जानिये तिथि व मुहुर्त

भगवान भोलेनाथ का पसंदीदा महिना sawan में sawan shivratri बहुत – महत्वपूर्ण होता है। साल भर में वैसे तो कुल 12 से 13 शिवरात्री पड़ती है लेकिन सावन की शिवरात्री का महत्व अलग होता है। कहा जाता है कि भगवान शंकर इस दिन अपने भक्तों की मनोकानमा जरूर पूरी करते हैं। सावन लगते ही त्योहरों की शुरुआत हो जाती है। इनमें सावन सोमवार, हरियाली तीज, नाग पंचमी, रक्षाबंधन आदि। इनमें से कुछ पर्व व्रत वाले भी होते हैं इसलिये हमें ध्यान रखना चाहिये कि व्रत में क्या खाएं क्या नहीं

सावन कब से शुरु है (sawan 2020 start date)

पहला सावन सोमवार – 26 जुलाई 2021

दूसरा सावन सोमवार – 02 अगस्त 2021

तीसरा सावन सोमवार – 09 अगस्त 2021

चौथा सावन सोमवार – 16 अगस्त 2021

आइय़े अब जानते हैं सावन शिवरात्रि कब है…

सावन शिवरात्रि 2021 Date (Sawan Shivratri 2021 Date)

2021 में सावन सोमवार 6 अगस्त दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। यह बड़ुत ही शुभ मुहुर्त है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान भोलेनाथ से कुछ भी मांगों वह जरुर पूरी होती है। शिव जी को ऐसे करें खुश, पढ़े यह सावन सोमवार व्रत कथा..वैसे तो हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि भी आती है लेकिन सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि को फाल्गुन महीने में आने वाली महाशिवरात्रि के समान ही फलदायी माना जाता है।

2021 में सावन शिवरात्रि तिथि व मुहूर्त (Sawan Shivratri Tithi Muhurt)

चतुर्दशी तिथि आरंभ – 18:25 (6 अगस्त दिन शुक्रवार)

चतुर्दशी तिथि समाप्त -19:10 (7 अगस्त दिन शनिवार) तक

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सावन शिवरात्रि का महत्व (Sawan Shivratri Mahatva)

भगवान भोलनाथ का सबसे पसंदीदा महीनी सावन है तो इसकी शिवरात्रि की भी बहुत अधिक महत्व है। सावन महीने की शिवरात्रि का महत्व फाल्गुन महीने की शिवरात्रि के बराबर ही है। इस महिने में कांवड़िये कांवड़ लेकर भगवान के दर्शन के लिये भी जाते हैं। वे शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक के लिये हरिद्वार, गौमुख से कांवड़ भी लेकर आते हैं। मान्यता है कि श्रावण महीने की शिवरात्रि के दिन जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करते हैं उनके कष्टों का निवारण होता है और मुरादें पूरी हो जाती हैं।

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कालसर्प दोष सहित अन्य क्लेशों से मिलती है मुक्ति (Sawan Shivratri Kalsarp Mukti)

सावन शिवरात्रि की पूजन विधि (Sawan Shivratri Pujan Vidhi)

  • शिवरात्रि के दिन सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान कर स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करें। 
  • इसके बाद व्रत का संकल्‍प लें।
  • अब घर के मंदिर या शिवालय जाकर शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गन्‍ने का रस या चीनी का मिश्रण) चढ़ाएं। 
  • अब ॐ नमः शिवाय‘ का जाप करते हुए शिवलिंग पर एक-एक कर बेल पत्र, फल और फूल चढ़ाएं।
  • मान्‍यता है कि सावन शिवरात्रि पर भोलेनाथ को तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है।
  • मनचाहा वर पाने के लिए चने की दाल का भोग लगाएं।
  • घर में सुख-शांति लाने के लिए धतूरे के पुष्‍प या फल का भोग लगाएं।
  • अगर कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसमें विजय पाने के लिये शिवलिंग पर भांग चढ़ाएं।

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