चिकनगुनिया: लक्षण व उपचार की पूरी जानकारी जानें – Chikungunya Symptoms and Treatment in Hindi

Chikungunya Symptoms and Treatment in Hindi: गर्मी व बारिश का मौसम आते ही विभिन्न बीमारियों का फैलना शुरु हो जाता है। इन्हीं में से एक है चिकनगुनिया। हालांकि यह जानेलेवा बीमारी नहीं है लेकिन इसके होने पर शरीर को बहुत हानि हो जाती है और शरीर पूरी तरह टूट जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से चिकनगुनिया के बारे में अधिक से अधिक से जानकारी लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है। जिसे पढ़ कर आप व कोई भी चिकनगुनिया की चपेट में आने से बच सकता है।

ध्यान रहे इस आर्टिकल में बताये गई सभी उपचार व अन्य जानकारियां आपको सचेत करने के लिये दी जा रही हैं। वहीं अगर आप पहले से चिकनगुनिया व अन्य किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी इत्यादि से पीड़ित हैं तो डॉक्टर से गंभीरता से इलाज कराएं।

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चिकनगुनिया क्या है – Meaning of Chikungunya in Hindi

चिकनगुनिया एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों (मादा एडिस एजिप्टी व एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर) के काटने से मनुष्यों में फैलती है। यह चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) के कारण होता है। CHIKV संक्रमण होने पर मनुष्य को इसके मुख्य लक्षणों – बुखार और जोड़ों में असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है, जो किसी भी साधारण व्यक्ति को लाचार बना देता है।

यह संक्रामक रोग भारत के अलावा अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप के कई अन्य देशों में फैल चुका है। वहीं अगर इस शब्द की उत्पत्ति के बारे में बात करें तो चिकनगुनिया अफ्रीकन शब्द है, जिसका अर्थ होता है हड्डी टूटने जैसा दर्द होना। अब आगे पढ़ें अन्य जानकारियां…

चिकनगुनिया के लक्षण – Symptom of Chikungunya in Hindi

एडिस मच्छर के काटने के दो-तीन दिन बाद ही चिकनगुनिया के लक्षण दिखने लगते हैं। चिकनगुनिया के मुख्य लक्षण बुखार, मतली, उल्टी, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द और त्वचा पर चकत्ते हैं। यह सभी आमतौर पर 2 हफ्तों तक रहते हैं जिसके कारण जोड़ों का बहुत अधिक दर्द रहता है। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि सभी में एक तरह के लक्षण हो इसलिये आगे विस्तृत रूप से पढ़िये चिकनगुनिया के लक्षण…(1)

  • चिकनगुनिया काों पहला लक्षण है तेज बुखार व जोड़ों में दर्द है। इसमें मुख्य रूप से हाथ व पैरों की अंगुलियों में ज्यादा दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द किसी को तो एक हफ्ते में आराम दे देता है तो वहीं कुछ मामलों में कई महीनों तक रह सकता है।
  • कुछ लोगों को चिकनगुनिया के बाद नाक और उसके आस-पास की त्वचा पर हाइपरपिग्मेंटेड पैच भी हो सकते हैं।
  • कुछ मरीजों में चिकनगुनिया के लक्षण जैसे सिर में दर्द और मांसपेशियों में जकड़न भी महसूस हो सकती है।
  • चिकनगुनिया से पीड़ित कुछ मरीजों में आंखों व हृदय की परेशानी भी महसूस हो सकती है।
  • मरीज को न्यूरोलॉजिकल समस्या भी हो सकती है।
  • चिकनगुनिया के लक्षणों में जी-मिचलना व भूख कम लगना भी शामिल है।
  • मरीज के शरीर पर जगह-जगह लाल रंग के दाने उभर सकते हैं।
  • कुछ मरीजों को तेज रोशनी भी बर्दाश्त नहीं होती है।

Chikungunya Symptoms and Treatment in Hindi के बारे में आगे पढ़ें…

चिकनगुनिया के उपचार – Treatment of Chikungunya in Hindi

चिकनगुनिया कुछ हद तर डेंगू की बीमारी जैसा होता है। चिकनगुनिया से निपटने के लिए वर्तमान में किसी भी प्रकार की वैक्सीन, टीका व इलाज का अविष्कार नहीं किया गया है। इसके लक्षणों से इलाज करके इससे बचना संभव है। इसके कुछ घरेलू उपाय भी है जिसे शुरुआती दिनों में अपनाकर मरीज को आराम दिया जा सकता है। इसके अलावा गंभीर अवस्था में डॉक्टर से इलाज करना ही उचित है। आगे पढ़े चिकनगुनिया के घरेलू इलाज – Chikungunya Treatment in Hindi…

1. तुलसी के फायदे

NCBI (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, चिकनगुनिया बुखार (Chikungunya Fever) में तुलसी के पत्ते फायदा पहुंचा सकते हैं। इस शोध से पता चला कि तुलसी का अर्क एडीज एजिप्टी मच्छर के लार्वा और क्यूलेक्स क्विन्कफासिक्टस (C. quinquefasciatus) के खिलाफ प्रभावी साबित हो सकता है(2)। वहीं, तुलसी के इस्तेमाल से बनाए गए एसेंशियल ऑयल को त्वचा पर लगाने से यह एडीज एजिप्टी मच्छर के खिलाफ मॉस्किटो रेपेलेंट का काम कर सकता है। इससे डेंगू, चिकनगुनिया और येलो फीवर की समस्या से बचा सकता है(3)

कैसे उपयोग करें

  • तुलसी की पत्तियों को पानी में डालकर तब तक उबालें, जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
  • इसके बाद पानी को छानकर दिनभर में थोड़ा-थोड़ा पिएं।
  • तुलसी के इस पानी का सेवन कुछ ही दिन करें।

2. लहसुन के फायदे

चिकनगुनिया से होने वाले जोड़ों के दर्द का इलाज में लहसुन मदद कर सकता है। यह दर्द के अलावा सूजन को कम करके रक्त संचार (Blood Circulation) को बेहतर करने में भी सहायता कर सकता है(4)

कैसे उपयोग करें

  • लहसुन के इस्तेमाल के लिये सबसे पहले थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को जोड़ों पर दर्द वाली जगह पर लगाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें।
  • इसे दिन में दो बार लगाएं।

(पढ़ें कश्मीरी लहसुन खाने चमत्कारी फायदे)

3. गिलोय के फायदे

गिलोय के फायदे विभिन्न बुखारों व बीमारियों के साथ साथ व चिकानगुनिया में भी है। गिलोय विभिन्न गुणों से जैसे एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-अर्थराइटिस और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी से भरपूर है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, चिकनगुनिया के कारण होने वाली सूजन और गठिया की समस्या से राहत दिलाने व हर तरह के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है(6)

नोट : पांच साल से कम उम्र के बच्चे को गिलोय नहीं देना चाहिए। वहीं, पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे को गिलोय की डोज 250 एमजी प्रतिदिन ही दी जा सकती है। वयस्क प्रतिदिन 3 ग्राम तक इसका सेवन कर सकते हैं।

कैसे उपयोग करें

गिलोय को विभिन्न तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। गिलोय के कैप्सूल, गिलोय का काढ़ा, गिलोय की चाय इत्यादि का उपयोग चिकनगुनिया के इलाज में कर सकते हैं। अगर आप कैप्सूल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक हफ्ते तक प्रतिदिन भोजन के बाद दो कैप्सूल ले सकते हैं।

4. पपीते के पत्ते के फायदे – Chikungunya Symptoms and Treatment in Hindi

Treatment O Chikungunya in Hindi की श्रेणी में पपीते के पत्ते का नाम भी आता है, क्योंकि चिगनगुनिया बुखार कुछ हद तक डेंगू के जैसा ही होता है और डेंगू की बीमारी में पपीते का पत्ता उपयोग में लाया जाता है। डेंगू व चिगनगुनिया में प्लेटलेट्स तेजी से कम होती हैं जिसे ठीक करने के लिए पपीते के पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है। इन पत्तों में लार्विसाइड गुण भी होता है, जो चिगनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा से मुकाबला कर सकता है(7)(8)। ऐसे में चिकनगुनिया का घरेलू उपचार करने के लिए पपीते के पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे उपयोग करें

  • पपीते के सात-आठ पत्तों को अच्छे से धो कर बीच के मोटे डंठल निकाल दें।
  • अब इन पत्तों को बारीक बारीक पीस कर पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट को छानकर और इसमें से निकले जूस के दो चम्मच हर तीन-तीन घंटे में पिएं।
  • ऐसा कम से कम दो-तीन दिन तक लगातार करें। इसके साथ ही डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

5. नारियल पानी

Coconut Water का उपयोग चिकनगुनिया के घरेलू उपचार में किया जा सकता है। दरअसल, Chikungunya Virus के कारण लीवर इन्फेक्शन हो सकता है(8)। ऐसे में नारियल पानी के इस्तेमाल से लीवर डिटॉक्सीफाई में कर सकते हैं। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने का काम कर सकता है।

कैसे उपयोग करें

चिकनगुनिया से बचने के लिये रोजाना नारियल का ताजा पानी पियें। यह शरीर को हाइड्रेट रखने में भी सहायक है जिससे चिकनगुनिया के अलावा अन्य संक्रमण से भी बचा जा सकता है।

6. बर्फ की सिकाई करें

चिकनगुनिया से होने वाले जोड़ों के दर्द का इलाज और सूजन की समस्या में बर्फ से सिकाई करने पर प्रभावित जगह पर रक्त का प्रवाह सामान्य हो जाता है। इससे जोड़ों में आई सूजन और दर्द से राहत मिल सकती है(9)

कैसे उपयोग करें

  • बर्फ के कुछ टुकड़ों को तौलिये या रुमाल में लपेट लें।
  • अब इस तौलिये को कुछ देर के लिए दर्द वाली जगह पर रखें।
  • इसके अलावा आइसपैक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  • इसका दिन में कई बार प्रयोग करें।

7. हल्दी के फायदे

चिकनगुनिया के घरेलू उपचार में हल्दी दूध के फायदे शामिल हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो हर्बल और मेडिसिनल प्रोपर्टी का काम करता है। इसके एंटीवायरल गुण डेंगू वायरस, हेपेटाइटिस सी वायरस, जीका और चिकनगुनिया वायरस से निजात दिला सकते हैं(13)।

कैसे उपयोग करें

  • एक गिलास गर्म दूध लें।
  • इसमें हल्दी पाउडर या कच्ची हल्दी मिलाकर थोड़ी देर उबालें।
  • उबालने के बाद इसे गिलास में निकाल कर गुनगुना ही पियें।
  • कुछ दिनों तक इसे रात को सोने से पहले व सुबह पियें।

8. गाय का दूध व अंगूर खाने के फायदे

NCBI की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, इसके एंटी-ऑक्सीडेंट व एंटीवायरल गुण संक्रमण से छुटकारा दिला सकते हैं(10)

कैसे उपयोग करें

चिकनगुनिया से निजात पाने के लिये दूध के साथ बीज रहित अंगूर का सेवन करें। ध्यान रखें कि अगर किसी को डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी है, तो वह इस घरेलू उपचार का प्रयोग न करें।

9. शहद व नींबू के फायदे

शहद में एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से संबंधी कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं (11)। वहीं, नींबू में पाया जाने वाला विटामिन-सी एंटीऑक्सीडेंट का काम कर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इससे रोग से कुछ हद तक उबरने में मदद मिल सकती है (12)

कैसे उपयोग करें

  • पहले एक गिलास पानी को हल्का गर्म करें।
  • अब इसमें आधा कटा नींबू व एक चम्मच शहद को मिलाकर सेवन करें।

10. गाजर खाने के फायदे

एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार गाजर में पाया जाने वाले अल्फा और बीटा-कैरोटीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है। जो चिकनगुनिया की समस्या से कुछ हद तक राहत मिल सकती है(13)

कैसे उपयोग करें

प्रतिदिन एक कच्ची गाजर खाएं। इसके अलावा अन्य सब्जियों के साथ भी सलाद के तौर पर खाएं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ

चिकनगुनिया की जांच कैसे करते हैं?

चिकनगुनिया का पता उसके लक्षण से किया जा सकता है। इसके अलावा, चिकनगुनिया का पता लगने के लिए डॉक्टर रक्त की जांच कर सकते हैं।

चिकनगुनिया कितने दिन तक रहता है?

चिकनगुनिया से प्रभावित अधिकतर लोग लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं, लेकिन ठीक होने के बाद भी कुछ समय तक जोड़ों में दर्द रह सकता है।

चिकनगुनिया होने पर जोड़ों में दर्द क्यों होता है?

चिकनगुनिया के कारण जोड़ों में सूजन हो जाती है, जिस कारण यह जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है

चिकनगुनिया में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए?

– विटामिन-सी और विटामिन-ई से भरपूर खाद्य पदार्थ
– सेब और कच्चा केला
– पत्ते वाली सब्जियां 
– ओमेगा-3 फैटी एसिड्स
– तरल पदार्थ

संदर्भ-

1. Symptoms, Diagnosis, & Treatment | Chikungunya virus | CDC
2. Larvicidal activity of Ocimum sanctum Linn. (Labiatae) against Aedes aegypti (L.) and Culex quinquefasciatus (Say) – PubMed (nih.gov)
3. Mosquito repellent activity of volatile oils from selected aromatic plants – PubAg (usda.gov)
4. [Garlic effectiveness in rheumatoid arthritis] – PubMed (nih.gov)
5. Tinospora cordifolia: One plant, many roles – PMC (nih.gov)


6. Papaya Extract to Treat Dengue: A Novel Therapeutic Option? – PMC (nih.gov)
7. Bioefficacy of larvicdial and pupicidal properties of Carica papaya (Caricaceae) leaf extract and bacterial insecticide, spinosad, against chikungunya vector, Aedes aegypti (Diptera: Culicidae) – PubMed (nih.gov)
8. Chikungunya Virus: Pathophysiology, Mechanism, and Modeling – PMC (nih.gov)
9. Cold Therapy (Cryotherapy) for Pain Management – Health Encyclopedia – University of Rochester Medical Center
10. Recent Advances and Uses of Grape Flavonoids as Nutraceuticals – PMC (nih.gov)
11. Honey: its medicinal property and antibacterial activity – PMC (nih.gov)
12. The health benefits of lemon – Vital Record (tamhsc.edu)
13. Supplementation of a low-carotenoid diet with tomato or carrot juice modulates immune functions in healthy men – PubMed (nih.gov)

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