Green Tea Kaise Banaye – How To Make Green Tea in Hindi

आजकल कि भागदौड़ भरी लाइफ में सबसे जरुरी और चैलेंज भरा काम है फिट रहना , इम्युनिटी कायम रखना । आजकल फिट रहना और स्मार्ट लगना कौन नहीं चाहता है। फिट रहने के लिये वह कई तरह की कोशिशें करता है। जैसे जिम जाता है, घर पर भी योग या कई तरह के व्यायाम करता है। इस बीच वह एक काम जरुर करता है, वह है ग्रीन टी का सेवन। इन्ही को लेकर आज हम बात करेंगे कि आप भी घर पर ही Green Tea Kaise Banaye.

कहा जाता है कि ग्रीन टी पीने से वजन कम होता है जो फिट रहने में काफी जरुरी होता है।

तो आइये जानते हैं ग्रीन टी क्या है ? ग्रीन टी कितने प्रकार की होती है ? ग्रीन टी कैसे बनती है? आदि सभी जानकारी…

Green Tea क्या है (What is Green Tea in Hindi?)

यह कैमेलिया साइनेन्सिस पौधे से बनाया जाता है। इस पौधे की पत्तियों का उपयोग न सिर्फ ग्रीन टी बल्कि अन्य प्रकार की चाय जैसे – ब्लैक टी बनाने में भी किया जाता है, लेकिन मानव स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रीन टी का देखा गया है।

अगर बात करें ग्रीन टी और ब्लैक टी की, तो भले ही ये एक ही पौधे से मिलते हों, लेकिन, दोनों को बनाने का तरीका अलग है।

Green Tea का उत्पादन करने के लिए ताजे पत्तों को तोड़ने के बाद तुरंत भाप दी जाती है, ताकि ग्रीन टी का अच्छे से निर्माण हो। यह प्रक्रिया स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले प्राकृतिक पॉलीफेनोल्स को संरक्षित रखती हैं(*)।

वहीं, इसमें ब्लैक और ओलोंग टी की तुलना में अधिक कैटेचिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है(*)।

तो अधिक देर न करते हुए आइये जानते हैं घर पर ग्रीन टी बनाने की विधि

ग्रीन टी कैसे बनाये – How to Prepare Green Tea in Hindi

पत्ते वाली ग्रीन-टी रेसिपी (Green Tea Kaise Banaye)

सामग्री:

एक चम्मच ग्रीन-टी के पत्ते
चाय की छन्नी
एक कप पानी
शहद

पत्ते वाली ग्रीन टी बनाने की विधि (Green Tea recipe in Hindi):

  • सबसे पहले कप पर चाय की छन्नी रखें।
  • अब इस छन्नी में ग्रीन-टी के पत्ते डालें और ऊपर से गर्म पानी डालें।
  • फिर ग्रीन-टी के पत्तों को चम्मच की मदद से थोड़ा दबा दें।
  • ध्यान रहे कि पत्तों को ज्यादा न दबाएं, नहीं तो चाय कड़वी हो सकती है।
  • ग्रीन-टी में थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं।

(आप पानी में पत्तियों को खौला भी सकते हैं। इससे चाय कड़क बनेगी।)

टी बैग वाली ग्रीन-टी रेसिपी (green tea kaise banaye in hindi)

सामग्री:

एक ग्रीन-टी बैग
एक कप गर्म पानी

टी बैग वाली ग्रीन टी बनाने की विधि:

  • एक कप गर्म पानी में ग्रीन-टी के बैग को एक से दो मिनट के लिए भिगोएं।
  • समय पूरा होने पर टी बैग को निकाल दें।
  • स्वाद के लिए शहद मिलाना हो, तो मिला लें और इसका सेवन करें।

पाउडर वाली ग्रीन-टी रेसिपी (ghar me green tea kaise banaye)

सामग्री:

आधा या एक चम्मच ग्रीन-टी पाउडर
एक कप पानी
एक चम्मच शहद

पाउडर वाली green tea बनाने की विधि:

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी उबाल लें फिर ठंडा कर लें।
  • अब इसमें आधा या एक चम्मच ग्रीन-टी पाउडर डालें।
  • फिर इसे तीन से पांच मिनट के लिए घुलने दें।
  • इसके बाद इसे चाय की छन्नी से छान लें।
  • मीठा स्वाद करने के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं।

ग्रीन टी के प्रकार (Types of Green Tea in Hindi)

  • बिलोचन ग्रीन-टी
  • सेन्चा ग्रीन-टी
  • माचा ग्रीन-टी
  • ड्रैगन वेल ग्रीन-टी
  • हौजीचा ग्रीन-टी
  • कुकीचा ग्रीन-टी
  • मोरक्को मिंट ग्रीन-टी
  • जैस्मीन ग्रीन-टी
  • ग्योकुरो ग्रीन-टी
  • गेन माचा ग्रीन-टी

Green Tea के फायदे (Benefits of Green Tea in Hindi)

Green Tea ke fayde
Green Tea ke fayde
  • वजन कम करने में फायदेमंद
  • मस्तिष्क के विकास में फायदेमंद
  • मुंह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
  • मधुमेह ठीक करने में फायदेमंद
  • कोलेस्ट्रॉल ठीक करने में फायदेमंद
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में फायदेमंद
  • अल्जाइमर ठीक करने में फायदेमंद
  • रक्तचाप के लिए ग्रीन टी पीने के फायदे
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों के लिए ग्रीन टी
  • लंबी उम्र के लिए ग्रीन टी के लाभ
  • तनाव में ग्रीन-टी पीने के फायदे
  • त्वचा के लिए ग्रीन टी के फायदे
  • बालों के लिए ग्रीन-टी के फायदे
  • ग्रीन टी में इलाइची भी डाल सकते हैं।

ग्रीन टी के फायदे व नुकसान विस्तार से पढ़ने के लिये नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें –

ग्रीन टी के फायदे व नुकसान

ग्रीन टी के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Green Tea in Hindi

पोषक तत्वप्रति
पानी99.93 ग्राम
एनर्जी1 केसीएल
प्रोटीन0.22 ग्राम
आयरन0.02 मिलीग्राम
मैग्नीशियम1 मिलीग्राम
पोटेशियम8 मिलीग्राम
सोडियम1 मिलीग्राम
जिंक0.01मिलीग्राम
कॉपर0.004 मिलीग्राम
मैंगनीज0.184 मिलीग्राम
थियामिन0.007 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.058 मिलीग्राम
नियासिन0.03 मिलीग्राम
विटामिन बी -60.005 मिलीग्राम
कैफीन12 मिलीग्राम
ग्रीन टी के पौष्टिक तत्त्व
ग्रीन टी के पौष्टिक तत्त्व

ग्रीन टी पीने का सही समय (When to Drink Green Tea in Hindi)

वैसे तो green tea pine ka sahi time अभी तक निश्चित नहीं किया गया है। न ही इस बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अनुमान के तौर पर कहा जा सकता है कि ग्रीन टी पीने का समय नाश्ते या दोपहर के खाने के बाद अच्छा हो सकता है।

ग्रीन टी पीने का सही समय इस प्रकार निश्चित कर सकते हैं

  • सुबह खाली पेट ग्रीन टी न पियें। इसके अलावा 10 से 11 बजे के बीच में हरी चाय पी सकते हैं।
  • शाम को नाश्ते के बाद 5 से 6 बजे पी सकते हैं।
  • रात को सोने से 2 घंटे पहले ग्रीन टी पी सकते हैं। सोने के तुरंत पहले पीने से नींद चली जा सकती है।
  • भोजन से 1 घंटा पहले या भोजन के 1 से 2 घंटे बाद पी सकते हैं।
  • सुबह व्यायाम से लगभग 30 मिनट पहले पी सकते हैं।

खाली पेट ग्रीन टी पीने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से पेट संबंधी समस्या हो सकती है। रात को ग्रीन टी पीने का समय सही नहीं हो सकता है, क्योंकि इसमें कैफीन होता है, जो अनिद्रा को बढ़ावा दे सकता है।

एक दिन में कितने कप पीनी चाहिए ग्रीन टी

दिनभर में 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी न पियें, इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन करने से उल्टी, दस्त, पेट खराब की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं ज्यादा ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में मौजूद कैल्शियम यूरीन के रास्ते बाहर निकलता है, अगर यह निकास ज्यादा होगा तो शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है।

ग्रीन टी के नुकसान – Side Effects of Green Tea in Hindi

  •  ग्रीन टी के सेवन से पेट दर्द, मतली और लिवर संबंधी समस्या हो सकती है।
  • इसमें कैफीन मौजूद होता है, ऐसे में इसके अधिक सेवन से अनिद्रा, सिरदर्द, कंपकंपी और चिंता जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
  • ग्रीन टी में टैनिक एसिड (Tannic Acid) नामक तत्व होता है, जो दांतों में दाग का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
  • इसमें कैफीन होता है और गर्भावस्था के दौरान 300 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन गर्भावस्था की अवधि को बढ़ा सकता है।

अधिकतर पूछे गये सवाल (FAQ)

ग्रीन टी से क्या फायदा?

ग्रीन टी डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है. टाइप 1 डाइबिटीज के रोगियों के लिए ग्रीन टी काफी फायदेमंद है। ग्रीन टी एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है और यह कोलेस्ट्रोल एवं ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है। इसमें कैफीन की मात्रा कम होती है।

ग्रीन टी कैसे पीना चाहिए?

– खाली पेट कभी भी ग्रीन टी न पिएं।
– खाना खाने से एक या दो घंटे पहले ही ग्रीन टी पी लें।
– कुछ लोग ग्रीन टी में दूध और चीनी मिलाकर पीते हैं।
– ग्रीन टी को शहद के साथ मिलाकर पीना फायदेमंद रहेगा।

ग्रीन टी कब लेनी चाहिए?

ग्रीन टी को जब भी पिएं या तो भोजन से 1 घंटा पहले या भोजन के 1 से 2 घंटे बाद पिएं। भोजन के 1 से 2 घंटे बाद ग्रीन टी पीने से भोजन का पाचन अच्छा होता है और उस भोजन की ऊर्जा शरीर को पर्याप्त तौर पर मिलती है। अगर आप चाहें तो भोजन से 1 घंटा पहले भी ग्रीन टी पी सकते हैं।

ग्रीन टी से मोटापा कैसे कम करें?

ग्रीन टी शरीर के मेटाबॉलिज्म प्रोसेस को तेज करती है जिससे तेजी से वजन घटाने में मदद मिलती है। लेकिन सिर्फ ग्रीन टी पीने से कुछ नहीं होगा। नियमित रूप से एक्सर्साइज करने, हेल्दी डायट खाने जिसमें फल और सब्जी की मात्रा अधिक हो के साथ अगर आप ग्रीन टी का सेवन करेंगे तभी आपको वेट लॉस में पॉजिटिव नतीजे दिखेंगे।

क्या खाली पेट ग्रीन टी पीनी चाहिए?

खाली पेट भी ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है। कुछ खाने के बाद ही इसे पिएं। एक कप ग्रीन टी में 24-25 एमजी कैफीन मौजूद होता है।

क्या व्रत में ग्रीन टी पी सकते हैं?

नवरात्रि में व्रत रखने के दौरान इस बात का ध्यान रखें की फल और दूध प्रचूर मात्रा में डायट में शामिल हो। नवरात्रि के व्रत के दौरान सुबह बिना दूध के चाय पीना एक बेहतर विकल्प है। आप ग्रीन टी या फिर हर्बल टी भी ट्राई कर सकते हैं। इस चाय को पीने से कब्ज की समस्या नहीं होती है।

चाय पीने से वजन बढ़ता है क्या?

कॉफी से ज्यादा चाय का सेवन करेंगे तो आपका वजन तो कम होगा ही साथ ही आपको इससे कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे भी मिलेंगे।

Disclaimer: इस आर्टिकल का मकसद लोगों तक जानकारी पहुंचाना है। यह किसी भी बीमारी का पूर्ण उपचार नहीं है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी या अन्य किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो लेख में दिए गए उपाय को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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