Benefits of Turai in Hindi: तोरई विभिन्न गुणों से भरपूर सब्जी है। तोरई या Ridge Gourd गर्मी व बारिश दो मौसम में मिलती है। यह सब्जी सूखी व रसेदार दोनों तरह से पका कर खाई जा सकती है। इसके कई नाम है। जैसे – स्पॉन्ज गार्ड, लूफा सिलेन्ड्रिका और लूफा इजिप्टिका, जुकिनी, कुर्जेटा आदि। हर देश के हर राज्यों में पाई जाती है। इसके सूखे बीजों से तेल भी निकाला जाता है।
तोरई को कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोहा और विटामिन ए का अच्छा स्रोत माना जाता है। अगर आप वजन कम करना चाहते है तो आप लगातार तोरई खा सकते हैं। साथ ही यह कोरोना में फायदा देगी क्योंकि इसमें विटामिन सी भी काफी मात्रा में पाया जाता है। वहीं इससे अस्थमा की बिमारी भी ठीक होती है। आइये जानते है इसमें कौन कौन से पोषक तत्व पाये जाते हैं।
विषय सूची
तोरई में पाये जाने वाले पोषक तत्व – List of element in 100 gram Turai/Ridge Gourd)
पोषक तत्व (Elements) | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
पानी (Water) | 93.85 g |
ऊर्जा (Energy) | 20 kcal |
प्रोटीन | 1.2 g |
कुल फैट (Fat) | 0.2 g |
कार्बोहाइड्रेट | 4.35 g |
फाइबर (Fiber) | 1.1 g |
शुगर (Sugar) | 2.02 g |
कैल्शियम | 20 mg |
आयरन | 0.36 mg |
मैग्नीशियम | 14 mg |
फास्फोरस | 32 mg |
पोटेशियम | 139 mg |
सोडियम | 3 mg |
जिंक | 0.07 mg |
कॉपर | 0.035 mg |
मैंगनीज | 0.092 mg |
सेलेनियम | 0.2 µg |
विटामिन सी | 12 mg |
थियामिन | 0.05 mg |
राइबोफ्लेविन | 0.06 mg |
नियासिन | 0.4 mg |
पैंटोथेनिक एसिड | 0.218 mg |
विटामिन बी -6 | .043 mg |
फोलेट, टोटल | 7 µg |
विटामिन ए | 410 IU |
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) | 0.1 mg |
विटामिन के (फाइलोक्विनोन) | 0.7 g |
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तोरई खाने के फायदे – Ridge Gourd Benefits in Hindi
तोरई खाने के फायदे अनेक हैं। इसके नियमित सेवन से मधुमेह (Diabetes), कैंसर, हृदय रोग इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियों से निजात मिल सकती है। जिसे आगे आर्टिकल में विस्तार से पढ़ें…
1. एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर तोरई खाने के फायदे – Ridge Gourd health benefits in Hindi
तोरई एक बहुत फायदेमंद सब्जी है। इसके फायदे (Benefits of Turai in Hindi) गिनने लगो तो कम ही हैं। इसके सूखे पत्तों के इथेनॉल अर्क में पाया जाता है। इस प्रभाव को एडिमा (शरीर के ऊतकों में तरल जमने की वजह से सूजन) और ग्रेन्युलोमा (इंफ्लामेशन) प्रभावित व्यक्तियों पर जांचा गया।
शोध में पाया गया कि इथेनॉल अर्क 67.6% और 72.5% एडिमा को कम करने में मदद कर सकता है। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि तुरई एंटी-इंफ्लामेटरी की तरह भी कार्य कर सकती है। माना जाता है कि तुरई के अर्क में पाया जाने वाला एंटी-इंफ्लामेटरी प्रभाव इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स जैसे फ्लेवोनोइड्स, टैनिन और टरपेनोइड्स की वजह से होता है।
2. तोरई खाने के फायदे अल्सर में – Ridge Gourd health benefits in Hindi
तोरई को पेट के अल्सर को कम करने में सहायक होता है। इसमें गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव पाया जाता है जो अल्सर को कम करता है। बता दें कि सूखे तुरई के गूदे के अर्क के मेथोनॉलिक और पानी के अर्क में पाया जाता है। यह प्रभाव गैस्ट्रिक म्यूकोसा (पेट की एक झिल्ली) के म्यूकोसल ग्लाइकोप्रोटीन के स्तर को ठीक करने में मदद करके अल्सर के लक्षण को कम करता है। शोध में पानी के अर्क के मुकाबले तुरई के मेथनॉलिक अर्क को गैस्ट्रिक अल्सर के ठीक होने के प्रक्रिया में ज्यादा मददगार पाया गया है।
3. डायबिटीज के लिए तोरई के फायदे – Benefits of Turai in Hindi
तोरई मधुमेह या डायबिटीज को कंट्रोल करने सहायक मानी जाती है। एक अध्ययन में कहा गया है कि तुरई के एथनॉलिक अर्क में ग्लूकोज के स्तर को कम करने वाला हाइपोग्लाइमिक प्रभाव पाया जाता है। इसी प्रभाव की वजह से तुरई को डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए लाभकारी माना जाता है।
अलग-अलग अध्ययन में तुरई के एथनॉलिक, मेथेनॉलिक अर्क और हाइड्रो-अल्कोहलिक को लेकर हुए अध्ययन में यह डायबिटीज को कम करने में प्रभावकारी पाया गया। तुरई को लेकर किए गये शोध ने एंटीडायबिटिक गतिविधि के पारंपरिक उपयोग का समर्थन तो किया है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया है कि इसका प्रभाव मनुष्यों में कितना हो सकता है, इसे जांचने के लिए मनुष्यों पर बड़े पैमाने पर अध्ययन किया जाना चाहिए।

4. सिरदर्द में तोरई के फायदे – Benefits of Turai in Hindi
सिर दर्द को ठीक करने में तोरई फायदेमंद है। एक शोध के मुताबिक तुरई के पत्ते और इसके बीज के एथनॉलिक अर्क दर्द को कम करने में सहायक हो सकते हैं। रिसर्च के अनुसार इसमें एनाल्जेसिक और एंटीइंफ्लामेटरी गुण होते हैं। यह दोनों गुण दर्द को कम करने और राहत दिलाने के लिए जाने जाते हैं। रिसर्च में कहा गया है कि लूफा एकटंगुला (तुरई) के दर्द कम करने के उपयोग का समर्थन तो किया जा सकता है, लेकिन मनुष्यों पर अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
5. तोरई के फायदे पेचिश में – Turai benefits in Hindi
Turai पेचिश के लिये भी फायदेमंद है। इसके पत्तों को भी पेचिश के लिए लाभकारी माना जाता है। तुरई में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण ग्राम नेगेटिव बैक्टिरिया को कुछ हद तक पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तुरई, पेचिश को कम करने में कुछ हद तक मदद कर सकती है (1)।
6. तोरई खाने के फायदे पीलिया में – Turai Benefits in Hindi
Turai को इस्तेमाल पीलिया से बचाव के लिए भी किया जाता है। पीलिया का कारण सिरम बिलीरुबिन (Bilirubin) नामक कंपाउंड का बढ़ना है। तोरई की पत्तियां, तना और बीज (ridge gourd seeds benefits) को कुचलकर पीलिया के रोगियों को सुंघाया जाता है। इसके साथ ही तोरई और उसके पत्ते (ridge gourd leaves benefits) के पाउडर का भी उपयोग किया जाता है।
7. तोरई खाने के फायदे कैंसर में – Turai Khane Ke Fayde in Hindi
एक शोध में के अनुसार तोरई में पाया जाने वला मेथानॉलिक और पानी से बने अर्क से ट्यूमर के बनने की गति में कमी पाई गई। वहीं, मनुष्यों पर किए गये शोध के मुताबिक लंग्स कैंसर प्रभावितों पर शोध करने पर भी तुरई में एंटी-कैंसर (Benefits of Turai in Hindi) गुण पाए गये।
हालांकि, शोध में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि तुरई में एंटी-कैंसर गतिविधि है, यह जानने के लिए पर्याप्त अध्ययन नहीं किए गये हैं, जिस वजह से किसी निष्कर्ष में पहुंचना जल्दबाजी होगी। तुरई में विटामिन सी, फोलेट और बीटा-कैरोटीन सामग्री इन कोशिकाओं को हानिकारक रसायनों से बचाने में मदद करती है जो कि कोलन कैंसर पैदा कर सकती है।
8. तोरई खाने के फायदे कुष्ठ रोग में – Turai Khane ke fayde
तोरई के पत्तों का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह में लगाने से कुष्ठ रोग को कम करने में मदद मिल सकती है। तोरई के छिलके (ridge gourd peel health benefits) का स्क्रब भी बना कर लगाया जा सकता है वह भी बहुत फायदेमंद होता है (ridge gourd scrubber benefits)।
9. तोरई खाने के फायदे हृदय रोग से – Health Benefits of Ridge Gourd in Hindi
तोरई-समृद्ध देशों में खाद्य रैंकिंग सिस्टम के अनुसार इस सब्जी में मैंगनीज और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में है। जिससे हृदय को मजबूत रखने में मदद मिलती है। शोध के दौरान, इन पोषक तत्वों में से अधिकांश मधुमेह से हृदय रोग और एथोरोसलेरोसिस की रोकथाम में प्रभावी होने के लिए दिखाए जाते हैं।
मैग्नीशियम सामग्री विशेष रूप से दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम कर देती है। साथ ही मैग्नीनीशियम हाई ब्लड प्रेशर के कंट्रोल करने में भी सहायक है।
10. तोरई खाने के फायदे आंखों के लिये – Health Benefits of Ridge Gourd in Hindi
तोरी में ल्यूटिन और ज़ेक्सैथिन पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ते हैं। रोचेस्टर मेडिकल सेंटर विश्वविद्यालय के फ्लूम आई इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, कम वसायुक्त आहार आंखों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

11. तोरई खाने के फायदे अस्थमा में – Tori ke Fayde in Hindi
एक ईरानी अध्ययन के मुताबिक, तुरई में विटामिन सी का उच्च स्तर अस्थमा का इलाज करने में मदद करता है। तुरई के सूजन को कम करने वाले गुण भी अस्थमा के उपचार में योगदान करते हैं। विटामिन सी के साथ तोरी में तांबा भी शामिल है जो अस्थमा के उपचार में अधिक प्रभावी है।
12. तोरई के जूस के फायदे बालों के विकास के लिए – Tori khane ke Fayde in Hindi
तोरई जस्ता में समृद्ध है जिससे यह बालों के विकास (ridge gourd benefits for hair growth) को बढ़ावा देती है। तुरई में मौजूद विटामिन सी ड्राइ और दो मुंहें बालों का इलाज कर सकता है। यह आपके बालों को मजबूत और कोमल बनाता है। इसलये बालो के विकास (benefits of ridge gourd for hair) के लिए नियमित रूप से तोरी का सेवन करें।
13. तोरई खाने के फायदे बालों के लिये – Benefits of Turai in Hindi
सफेद बाल को काला बनाने के लिए तोरई और नारियल तेल का इस्तेमाल करें। इसके लिए सबसे पहले तोरई को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इसे सूखा लें और एक जार में डालें। अब ऊपर से नारियल तेल मिलाएं, उसके बाद जार को अच्छी तरह बंद कर दें ताकि डिब्बे के भीतर हवा न जा सके। 4 दिनों तक उसे वैसे ही छोड़ दें और फिर इसमें से 2 चम्मच तेल निकालकर हल्का गर्म कर लें।
इस तेल बालों में मसाज करें और 1 या 2 घंटे बाद शैम्पू से बालों को अच्छी तरह धो लें। हफ्ते में दो से तीन बार यह प्रक्रिया दोहराएं। आपके सफेद होते बाल दोबारा काले हो जाएंगे।
14. तोरई खाने के फायदे पथरी में – Ridge Gourd benefits in Hindi
अगर आपकी पथरी छोटी है या पथरी की शुरुआत है, तो तोरई के सेवन से पथरी धीरे-धीरे गलती है और समाप्त हो जाती है। तोरई में काफी मात्रा में फाइबर होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, राइबोफ्लेविन, जिंक, थियामिन, आयरन और मैग्नीशियम होता है इसलिए इसे खाने से किडनी की पथरी के साथ-साथ अन्य रोग समाप्त हो जाते हैं।
किडनी की पथरी के लिए तोरई को मिक्सर में पीसकर इसका रस निकाल लें और गाय के दूध में मिलाकर इस रस को पिएं। रोज 2 बार पीने से आपकी पथरी तेजी से गलना शुरू होती है और कुछ दिन में समाप्त हो जाती है।
तोरई के जूस के फायदे – Benefits of Ridge Gourd Juice in Hindi
- तोरई (turai) के रस में हल्दी मिलाकर बवासीर के मस्सों पर लगाने से बवासीर में लाभ होता है।
- तोरी के पत्तों को पीसकर बवासीर के मस्सों में लगाने से दर्द समाप्त होता है।
- इसे लगाने से शीतपित्त, दाद और कुष्ठ आदि त्वचा के विभिन्न रोगों में भी लाभ (ridge gourd benefits)होता है।
तोरई के विभिन्न उपयोग – Uses of Turai in Hindi
- तोरी की सब्जी बनाकर रात या दोपहर के समय खा सकते हैं।
- सूखी सब्जी व रेसदार सब्जी भी बनाई जाती है।
- तोरी आचार भी बनाया जा सकता है।
- इसके फूल के पकौड़े बनाकर शाम के समय भी खाए जाते हैं।
- पकोड़े के साथ तोरी के छिलकी की चटनी (ridge gourd peel chutney benefits) भी बना कर खा सकते हैं।
- कुछ लोग तुरई को सूप और कढ़ी में भी इस्तेमाल करते हैं।
- पूरी तरह से सूख जाने के बाद तुरई का उपयोग लूफा (ridge gourd luffa benefits) की तरह किया जाता है।
गर्भावस्था में तोरई का उपयोग – Ridge Gourd benefits during Pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के नौ महीनों में, तुरई का सेवन बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन प्रदान करता है जो ऊर्जा स्तर और मनोदशा को बनाए रखने में सहायता करता है। तुरई फोलिक एसिड में समृद्ध है, जो कि स्पाइना बिफिडा जैसे कुछ जन्म दोषों (जिसमें बच्चे की रीढ़ की हड्डी ठीक से विकसित नहीं होती है) और अनानेसफैली (मस्तिष्क के एक प्रमुख हिस्से की अनुपस्थिति) को कम करने के लिए जाना जाता है।
एक और कारण है की फोलेट गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद (Benefits of Turai in Hindi) है क्योंकि यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। इस तरह से यह गर्भावस्था के दौरान बच्चे में विकास संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है।
बच्चों के लिये फायदेमंद है तोरई – Benefits of Turai in Hindi for Children
तमाम गुणों से भरपूर तरोई बच्चों के लिये बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास के लिये यह तोरई अवश्य खिलाए। इससे उनके आंखों की रोशनी बढ़ेगी। साथ ही बाल, त्वचा बाहर के अंग भी स्वस्त रहेंगे।
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
तोरई तेल लगाने से क्या होता है?
तोरई का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी किया जाता है। सफेद बाल को काला बनाने के लिए तोरई के साथ नारियल तेल का इस्तेमाल करें
तोरई में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
तोरई में भरपूर मात्र में विटामिन, फाइबर, प्रोटीन, मिनरल, कैल्शियम, कॉपर, आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, मैगनीज खनीज के तौर पर पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए,बी, सी, आयोडीन और फ्लोरिन जैसे तत्व भी पाए जाते हैं।
नेनुआ में कौन सा तत्व पाया जाता है?
नेनुआ में बीटा कैरोटिन पाया जाता है। यह कैरोटिन आंखों की रोशनी बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है। जिन लोगों की रोशनी कम हो रही हो वह रोज नेनुआ का सेवन कर सकते हैं।
तोरई की सब्जी में कौन सा विटामिन होता है?
तोरी में विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम, थियामिन, रिबोफ्लेविन और जिंक होता है जो इम्युनिटी बढ़ाता है। यही नहीं तोरी इंफ्लामेशन को कम करने में भी कारगर है।
अंत में…
इस लेख को पढ़ कर आप अब तक यह तो जान ही गये होंगे कि तोरई कितनी गुणकारी (Benefits of Turai in Hindi) है। इसे अवश्य ही सभी को खाना चाहिये। साथ ही अपने बच्चों को जरुर खिलाना चाहिये। अगर किसी को तुरई से किसी भी तरह की एलर्जी हो, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें। आपको यह लेख कैसा लगा हमें जरूर बताएं। साथ ही तुरई से संबंधित कुछ सवाल आपको पूछने हों, तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से उन्हें हम तक पहुंचा सकते हैं। हम कामना करते हैं कि आप स्वस्थ खाकर हमेशा सेहतमंद रहें।
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Disclaimer : इस लेख (article) में बताये गए तरीके केवल जानकारी बढ़ाने अथवा ज्ञान में लाने के लिए है . यह मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है . इसलिए कोई भी टिप्स आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें .